
नई दिल्ली। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बन चुकी है और आने वाले समय में इसके और भी बेहतर प्रदर्शन की पूरी उम्मीद है। यह भरोसा सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जताया। उन्होंने कहा कि अच्छे मानसून और कृषि क्षेत्र की मजबूती भारत की विकास यात्रा को और तेज़ करेंगे।
आरबीआई के ताज़ा आंकड़ों का हवाला देते हुए वित्त मंत्री ने बताया कि वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर बढ़कर 7.4% पर पहुंच गई है, जबकि पूरे वित्तीय वर्ष के लिए यह दर 6.5% रही है। इस वृद्धि के पीछे कृषि, निर्माण और सेवा क्षेत्र का विशेष योगदान रहा।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक इंटरव्यू साझा करते हुए सीतारमण ने कहा,
“यह विकास दर आगे भी जारी रहेगी। अच्छे मानसून की वजह से प्रदर्शन और सुधरेगा। हमारे बाजारों की गहराई अब साफ दिखाई दे रही है, जिससे खुदरा विक्रेताओं और आम नागरिकों को लाभ हो रहा है।”
वित्त मंत्री ने भारत की डिजिटल और पारदर्शी व्यवस्था की भी सराहना करते हुए कहा,
“अब लोग घर बैठे सरकारी सुविधाओं तक पहुंच पा रहे हैं। किसी पर निर्भर हुए बिना काम खुद कर रहे हैं। ये एक गतिशील और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के संकेत हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नीति स्पष्ट है – हस्तशिल्प, हस्तनिर्मित उत्पादों और श्रम प्रधान इकाइयों को समर्थन दिया जाएगा। चाहे वह पारंपरिक उद्योग हो या तकनीकी स्वचालन, हर क्षेत्र को नीतिगत सहायता दी जाएगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों में हर बजट में ठोस नीतियां बनाई गईं हैं, जिनका लाभ विशेष रूप से एमएसएमई क्षेत्र को मिला है। उन्होंने रक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि भारत ने अब बुलेटप्रूफ जैकेट से लेकर उच्च ऊंचाई पर आपूर्ति तक के मामलों में आत्मनिर्भरता हासिल की है, जिससे रक्षा उत्पादन और निर्यात में बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है।