भिलाई नगर। बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरनपुर हिंसा मामले में सीबीआई की चार्जशीट आने के बाद छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है। भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव ने पत्रकार वार्ता में चर्चा करते हुए कहा कि, सीबीआई की चार्जशीट में स्पष्ट है कि बिरनपुर की घटना कोई राजनीतिक या सांप्रदायिक साजिश नहीं थी, बल्कि दो बच्चों के बीच हुए मामूली झगड़े से शुरू होकर दो परिवारों और बाद में दो समुदायों के बीच विवाद में बदल गई थी।
देवेंद्र यादव ने कहा कि सीबीआई की रिपोर्ट ने भाजपा के राजनीतिक षड्यंत्र के दावे को पूरी तरह झूठा साबित कर दिया है। सीबीआई की चार्जशीट के बाद तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष और वर्तमान उपमुख्यमंत्री अरूण साव में जरा भी नैतिकता हो तो उन्हें पद से त्यागपत्र देकर छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
सीबीआई चार्जशीट के बाद कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी के आरोपों पर जवाब दे रही है। पीएम मोदी को और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव के दौरान जिस सांप्रदायिक भाषा का इस्तेमाल किया था, उसके लिए छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगना चाहिए।
कांग्रेस सरकार ने की थी सही कार्रवाई
विधायक यादव ने कहा कि, सीबीआई की चार्जशीट से यह साबित हुआ है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार की कार्रवाई पूरी तरह सही थी। उन्होंने बताया कि जिन्होंने अपराध किया, उन्हें गिरफ्तार किया गया। जबकि भाजपा नेताओं ने जिन लोगों को झूठे आरोपों में घेरा, उनका नाम चार्जशीट में तक नहीं है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के जो वर्तमान विधायक हैं। उन्होंने जिस अंजोर यदु पर आरोप लगाया था, उसे सीबीआई ने दोषी नहीं माना। इसका मतलब भाजपा ने साजिशन कांग्रेस को बदनाम किया।
बीजेपी की इस हरकत से कांग्रेस को हुआ नुकसान
देवेंद्र यादव ने कहा कि, भाजपा ने मृतक भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को चुनावी टिकट देकर सहानुभूति की राजनीति की। घटना को भाजपा ने चुनावी मुद्दा बनाकर समाज में विभाजन पैदा किया। आज सीबीआई की रिपोर्ट बता रही है कि यह दो बच्चों के झगड़े से शुरू हुआ मामला था, न कि कोई साजिश। बिरनपुर मामला भाजपा की सोची समझी साजिश थी।
भाजपा के इस षडयंत्र के कारण कांग्रेस को राजनैतिक रूप से नुकसान हुआ। और आज जब उनकी खुद की एजेंसी ने चार्जशीट में यह बता दिया कि इसमें कोई राजनैतिक षडयंत्र नहीं था तो अब उनको नैतिकता के आधार पर अरुण साव को अपना इस्तीफा देना चाहिए और छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान भिलाई निगम के सभापति बंटी गिरवर साहू,एमआईसी सदस्य लक्ष्मीपति राजू ,आदित्य सिंह, मनोज पांडेय, सुमित पवार, लालचंद वर्मा, सौरभ दत्ता, सुनील चौधरी विशेष रूप से उपस्थित थे।