दुर्ग। साइबर ठगों के अंतरराज्यीय नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए दुर्ग पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। भिलाई के चौहान टाउन में अवैध रूप से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिका के नागरिकों को निशाना बनाकर डॉलर और क्रिप्टो करेंसी में ठगी की जा रही थी। पुलिस ने इस गिरोह में शामिल दो युवतियों समेत कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और करीब 13 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है।
कॉल सेंटर की आड़ में ऑनलाइन ठगी
मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा के नेतृत्व में यह गिरोह फर्जी ई-सिम, कंप्यूटर वायरस लिंक, और टेलीग्राम चैनल्स के जरिए विदेशी नागरिकों खासकर अमेरिका के लोगों को ठगता था। आरोपियों द्वारा पीड़ितों के मोबाइल या कंप्यूटर सिस्टम में वायरस भेजा जाता था और फिर उसे हटाने के नाम पर 80 से 200 डॉलर तक की वसूली की जाती थी। पेमेंट क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से ई-वॉलेट में मंगाया जाता था, ताकि उसे ट्रैक न किया जा सके।
महिला समेत 9 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने संतोष थापा, पियाली देव, रिया राय, विशाल कर, विवेक देव, मुकेश चंद्रनाथ, अमित कुमार सिंह, अनिश आर्यन, और मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा को गिरफ्तार किया है। पुलिस को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर सुपेला थाना और स्मृति नगर चौकी की टीम ने छापा मार कार्रवाई की।
कर्मचारियों को मिलती थी मोटी सैलरी
गिरोह का संचालन पूरी तरह कॉर्पोरेट ढंग से किया जा रहा था। अर्जुन शर्मा द्वारा अपने साथियों को 25,000 से 30,000 तक मासिक वेतन दिया जाता था। अमेरिका से ठगी गई राशि क्रिप्टो करेंसी में सम्यक नामक व्यक्ति के ई-वॉलेट में आती थी, जो 15-20% कमीशन काटकर हवाला नेटवर्क के जरिए अर्जुन शर्मा को भेजता था।
13 लाख की संपत्ति जब्त
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 12 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, 3 वाई-फाई राउटर, 10 मोबाइल चार्जर, 7 हेडफोन, विभिन्न दस्तावेज (आधार, पैन, वोटर आईडी आदि), एक होंडा एक्टिवा, ₹2.55 लाख नकद, और एक हुक्का सेट सहित कुल 13 लाख की संपत्ति जब्त की है।
कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू
आरोपियों पर धारा 319(2), 318(4), 336(3), 61(2) BNS, 66(D) आईटी एक्ट, 42(2) टेलीग्राफ एक्ट, 2023 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। एसएसपी विजय अग्रवाल के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई।