
दुर्ग। मूसलाधार बारिश और मोगरा बैराज से छोड़े गए पानी के कारण शिवनाथ नदी और पुलगांव नाले में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे दुर्ग शहर की जल आपूर्ति व्यवस्था गड़बड़ा गई है। हालात की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर अभिजीत सिंह ने रविवार को शिवनाथ नदी किनारे स्थित 24 व 42 एमएलडी इंटकवेल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान देखा गया कि पुलगांव नाले से बहकर आने वाली जलकुंभी, झिल्ली और प्लास्टिक पन्नियां इंटकवेल की गहराई में जाकर पाइपलाइनों को जाम कर रही हैं। इससे पानी की सप्लाई बाधित हो रही है। कलेक्टर सिंह के निर्देश पर एनडीआरएफ की गोताखोर टीम को मौके पर बुलाया गया, जो इंटकवेल में उतरकर सफाई में जुट गई है।
निरीक्षण के दौरान महापौर अल्का बाघमार, संयुक्त कलेक्टर हरवंश मिरी, डिप्टी कलेक्टर उत्तम ध्रुव, नगर निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल और तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता भी मौजूद रहे।
इसके बाद कलेक्टर व महापौर ने पुलगांव बस्ती, महावीर कॉलोनी और खंडेलवाल कॉलोनी जैसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया और नागरिकों से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
बारिश के चलते हर साल जलकुंभी व कचरा जलग्रहण केंद्रों में पहुंचकर गंभीर समस्या खड़ी करता है। इस बार प्रशासन इसे लेकर सतर्क है। निरीक्षण के बाद कलेक्टर कार्यालय में एक आपात बैठक हुई, जिसमें महापौर, निगम आयुक्त, जलगृह प्रभारी, सिंचाई विभाग और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए कि जलापूर्ति बाधित न हो, इसके लिए स्थायी समाधान की कार्ययोजना बनाकर तत्काल अमल में लाया जाए।