
नई दिल्ली| । लोकसभा में आज “ऑपरेशन सिंदूर” पर चर्चा होनी थी, लेकिन कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने बिहार वोटर लिस्ट को लेकर जोरदार हंगामा कर दिया। विपक्ष के लगातार शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सदन में शांति बहाल करने की अपील करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को संबोधित करते हुए कहा, “हंगामा करने वालों को समझाइए कि इन्हें सदन में तख्तियां और पर्चे फेंकने के लिए नहीं भेजा गया है। सदन की गरिमा का पालन किया जाए।”
बीजेपी का कांग्रेस पर तीखा हमला
“ऑपरेशन सिंदूर” पर चर्चा शुरू होने से पहले ही सदन में गर्मागर्म बहस शुरू हो गई। बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “जब भी पाकिस्तान और आतंकवाद की बात होती है, तो पाकिस्तान भी अपनी उतनी वकालत नहीं करता जितनी राहुल गांधी वाली कांग्रेस करती है। ऐसी क्या मजबूरी है कि कांग्रेस को पाकिस्तान का पक्ष लेना पड़ रहा है? पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम का बयान कांग्रेस की मानसिकता को उजागर करता है।”
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का पाकिस्तान पर करारा वार
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता को रेखांकित किया। उन्होंने लिखा, “जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की, तो लंका जल गई। जब पाकिस्तान ने भारत द्वारा खींची गई लाल रेखा पार की, तो आतंकवादी शिविरों को आग का सामना करना पड़ा।” रिजिजू ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारत की स्पष्ट नीति और मजबूत इरादों का उदाहरण है, जो पाकिस्तान को करारा जवाब देने में सक्षम है।
“ऑपरेशन सिंदूर” क्या है?
गौरतलब है कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारत द्वारा हाल ही में पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए सटीक और निर्णायक सैन्य अभियान का नाम है, जिसके जरिए कई आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया गया।
कांग्रेस और विपक्ष की रणनीति पर सवाल
सदन में कांग्रेस के रवैये पर बीजेपी नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जब देश की सुरक्षा और आतंकवाद पर decisive actions लिए जाते हैं, तब विपक्ष मुद्दे को भटकाने और पाकिस्तान की भाषा बोलने लगता है।
फिलहाल कार्यवाही स्थगित, दोपहर 12 बजे फिर से होगी बैठक
सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे फिर से शुरू की जाएगी। सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या विपक्ष शांतिपूर्वक चर्चा की अनुमति देगा या हंगामा और बढ़ेगा।