
रायपुर। छत्तीसगढ़ को ‘ग्रीन स्टील’ के एक बड़े केंद्र के रूप में स्थापित करने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्टील और पावर सेक्टर के उद्योगपतियों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। राजधानी रायपुर में आयोजित ‘ग्रीन स्टील और माइनिंग समिट’ में सीएम साय ने स्पष्ट किया कि पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों को अपनाने वाले उद्यमियों को राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति के तहत विशेष अनुदान और प्रोत्साहन दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ‘सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के जरिए निवेशकों को हर संभव सुविधा दे रही है। उन्होंने कहा, “जो भी उद्योगपति ग्रीन स्टील उत्पादन के लिए हाइड्रोजन जैसी उन्नत और स्वच्छ तकनीकों का उपयोग करेगा, उसे विशेष सब्सिडी और नीति प्रोत्साहन मिलेगा। हमारा उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ आर्थिक विकास का नया मॉडल स्थापित करना है।”
सीएम साय ने ‘विकसित भारत 2047’ के विजन के तहत ‘अंजोर विजन’ डॉक्यूमेंट का उल्लेख करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में कोर इंडस्ट्रीज जैसे स्टील और पावर सेक्टर को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित 300 मिलियन टन स्टील उत्पादन के राष्ट्रीय लक्ष्य में योगदान देने के लिए छत्तीसगढ़ ने अपनी उत्पादन क्षमता को वर्तमान 28 मिलियन टन से बढ़ाकर 45 मिलियन टन करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
उद्योगपतियों को आश्वस्त करते हुए सीएम साय ने कहा कि राज्य में 47 हजार करोड़ रुपये की लागत से रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया जा रहा है। रावघाट-जगदलपुर रेलमार्ग पर कार्य जल्द शुरू होगा, वहीं किरंदुल से तेलंगाना तक नई रेललाइन और खरसिया से परमालकसा तक नए रेल कॉरिडोर से उद्योगों को कच्चे माल और तैयार उत्पादों की ढुलाई में सुविधा मिलेगी। इससे न केवल उत्पादन लागत घटेगी, बल्कि उद्योगों को सीधा लाभ मिलेगा।
कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (CII) द्वारा आयोजित इस समिट में छत्तीसगढ़ समेत पूर्वी भारत के पांच राज्यों—पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ के 250 से अधिक औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। समिट में ग्रीन स्टील उत्पादन, सस्टेनेबल माइनिंग और राज्य में निवेश की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की औद्योगिक नीति की सराहना करते हुए राज्य को भविष्य का ग्रीन स्टील हब बनाने में हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया।