
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला जेल से चार विचाराधीन कैदियों के फरार होने की घटना ने जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है। शनिवार दोपहर चारों आरोपी सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर जेल की 25 फीट ऊंची दीवार फांदकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग ने पूरे जिले में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक फरार कैदियों में घरघोड़ा (रायगढ़) निवासी चंद्रशेखर राठिया, पोड़ी-बहार निवासी दशरथ सिदार, भूलसीडीह निवासी राजकंवर और लालघाट बालको निवासी सरना भीकू शामिल हैं। चारों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक मामलों में सुनवाई जारी थी और वे विचाराधीन कैदी के रूप में जिला जेल कोरबा में बंद थे।
बीमार मवेशियों की देखरेख की आड़ में बनाई थी भागने की योजना
बताया जा रहा है कि इन बंदियों को जेल में बीमार मवेशियों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया था। इसी जिम्मेदारी की आड़ में चारों ने जेल प्रहरियों को झांसा दिया और सुनियोजित तरीके से 25 फीट ऊंची दीवार फांदकर फरार हो गए। जब तक जेल प्रशासन को उनकी फरारी का पता चला, तब तक चारों कैदी जेल परिसर से काफी दूर निकल चुके थे।
पुलिस महकमे में मचा हड़कंप, जिलेभर में जारी सघन तलाशी अभियान
जेल प्रबंधन ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस विभाग को दी। खबर मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जिले के सभी थाना और चौकियों को अलर्ट पर रखते हुए फरार बंदियों की धरपकड़ के लिए सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। पुलिस की टीमें कोरबा शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
सिविल लाइन थाना में दर्ज हुई रिपोर्ट, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
जेल प्रशासन ने चारों बंदियों के फरार होने के मामले में सिविल लाइन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रारंभिक जांच में जेल प्रहरियों की लापरवाही सामने आ रही है, जिस पर कड़ी विभागीय कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
फिलहाल पुलिस की कई टीमें फरार कैदियों की तलाश में लगी हैं और जिलेभर में नाकेबंदी कर दी गई है।