रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ड्रग्स तस्करी का एक बड़ा और संगठित गिरोह सक्रिय है, जिसका नेटवर्क पंजाब और नॉर्थ-ईस्ट राज्यों से जुड़ा हुआ है। यह गिरोह न केवल युवाओं को नशे के जाल में फंसा रहा है, बल्कि तस्करी के लिए ट्रांसपोर्टरों की मिलीभगत से पूरे प्रदेश में अपना नेटवर्क फैला चुका है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एमडीएमए (MDMA) और हेरोइन जैसी घातक ड्रग्स की खेप नॉर्थ-ईस्ट और पंजाब-हरियाणा के सीमावर्ती इलाकों से दिल्ली पहुंचती है। दिल्ली से इन मादक पदार्थों को रायपुर और आसपास के इलाकों में भेजा जाता है। तस्करी में रायपुर के आमानाका, कबीर नगर, खमतराई और धरसीवा के ट्रांसपोर्टरों की सीधी संलिप्तता सामने आई है।
ड्रग्स माफिया अमीर घरों के युवक-युवतियों को निशाना बनाकर उन्हें नशे का आदी बना रहे हैं। हाल ही में एक युवती का ड्रग्स सेवन करते वीडियो वायरल कर उसे ब्लैकमेल करने का मामला भी सामने आया, जिसने गिरोह की क्रूरता और विस्तार को उजागर कर दिया।
पुलिस ने इस नेटवर्क के खिलाफ अब तक 15 से अधिक तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाइजीरियाई नागरिक भी शामिल है। एंटी-क्राइम और साइबर यूनिट ने दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सहित कई स्थानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में एमडीएमए और हेरोइन जब्त की है।
क्राइम ब्रांच एएसपी संदीप मित्तल ने बताया कि अधिकांश बड़े तस्करों को पकड़ लिया गया है और जेल से छूटे पुराने अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस लगातार छापेमारी और सतर्कता अभियान चला रही है ताकि इस अवैध नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त किया जा सके।
पुलिस ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे नशे के कारोबार से जुड़ी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि समाज को इस जहर से मुक्त किया जा सके।