नई दिल्ली। अब आपके क्षेत्र के विधायक जी अपनी निधि का पैसा कहां और कैसे खर्च कर रहे हैं, इसकी जानकारी सीधे आपके मोबाइल में होगी। शासन में पारदर्शिता लाने और जनप्रतिनिधियों को जनता के प्रति और अधिक जवाबदेह बनाने के उद्देश्य से सरकार एक क्रांतिकारी मोबाइल एप्लीकेशन ‘MLA-LAD ऐप’ (MLA Local Area Development) लॉन्च करने जा रही है।
इस ऐप को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा विकसित किया जा रहा है, जिसके जरिए नागरिक घर बैठे यह जान सकेंगे कि उनके विधायक ने सड़क, नाली, पुलिया, स्कूल मरम्मत, हैंडपंप और अन्य विकास कार्यों पर कितनी राशि खर्च की है। अब तक विधायक निधि का ब्योरा केवल विधायक या जिला अधिकारियों तक सीमित रहता था, लेकिन इस ऐप के लॉन्च के बाद यह जानकारी पूरी तरह सार्वजनिक हो जाएगी।
बढ़ेगी पारदर्शिता, रुकेगा फंड का दुरुपयोग
अक्सर विधायकों पर निधि के मनमाने उपयोग के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन इस ऐप के माध्यम से हर खर्च का हिसाब जनता की नजरों में होगा। इससे जनप्रतिनिधियों पर जनहित में निधि खर्च करने का दबाव रहेगा और अनियमितताओं पर अंकुश लगेगा।
प्रत्येक विधायक को हर साल क्षेत्रीय विकास के लिए चार करोड़ रुपये की विधायक निधि दी जाती है, जिसमें 74 प्रतिशत राशि विधायक द्वारा सीधे निर्माण कार्यों में खर्च की जाती है, जबकि 26 प्रतिशत राशि प्रभारी मंत्री और कलेक्टर की मंजूरी के बाद अन्य कार्यों पर लगाई जाती है। कई बार देखा गया है कि विधायक अपनी निधि पूरी खर्च नहीं कर पाते, इस ऐप से यह भी साफ हो सकेगा कि कितनी राशि खर्च हुई और कितनी शेष है।
विधायक निधि से होते हैं ये प्रमुख कार्य
सड़क, नाली, पुलिया निर्माण, स्कूल व सामुदायिक भवनों की मरम्मत, जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता, स्मृति द्वार निर्माण, हैंडपंप व स्ट्रीट लाइट लगवाना, व्यायामशाला और ओपन जिम निर्माण जैसी गतिविधियों में इस निधि का उपयोग होता है।
सरकार का मानना है कि यह ऐप शासन में पारदर्शिता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा और जनता को अपने जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर नजर रखने का सशक्त माध्यम मिलेगा।