वाशिंगटन| : रूस से रियायती दर पर कच्चा तेल खरीदने को लेकर अमेरिका में भारत पर हो रही आलोचना के बीच अमेरिकी यहूदी समर्थक समूह अमेरिकन ज्यूइश कमेटी (AJC) ने साफ किया है कि भारत को यूक्रेन युद्ध के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
AJC ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के बयानों की निंदा की और अमेरिका-भारत संबंधों को फिर से मजबूत करने का आह्वान किया। यह बयान तब आया जब पूर्व व्हाइट हाउस व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने रूस-यूक्रेन संकट को “मोदी का युद्ध” कहकर भारत पर आरोप लगाए।
समूह ने नवारो की टिप्पणी को “अपमानजनक आरोप” बताया और कहा कि भारत की रूसी तेल पर निर्भरता को लेकर खेद तो है, लेकिन यह देश पुतिन के युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार नहीं है। AJC ने इसे अमेरिका का सहयोगी लोकतांत्रिक देश और रणनीतिक साझेदार बताते हुए कहा कि महाशक्तियों के बीच प्रतिस्पर्धा में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है।
AJC ने पोस्ट में जोर दिया कि अमेरिका और भारत के बीच तल्खी को कम करना जरूरी है और इन महत्वपूर्ण संबंधों को फिर से स्थापित करने का समय अब है। विशेषज्ञ इसे भारत के खिलाफ बन रहे माहौल में एक बड़े कूटनीतिक समर्थन के रूप में देख रहे हैं।