चंडीगढ़। पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्य सचिव केएपी सिन्हा ने आदेश जारी कर पूरे पंजाब को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है। इसके साथ ही सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
7 सितंबर तक बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज
बाढ़ के खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेजों की छुट्टियां भी बढ़ा दी हैं। पहले अवकाश 3 सितंबर तक घोषित किया गया था, जिसे अब बढ़ाकर 7 सितंबर कर दिया गया है।
23 जिले और 1200 गांव प्रभावित
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य के 23 जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं और अब तक 1200 से अधिक गांवों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। सबसे चिंताजनक हालात घग्गर नदी के हैं, जिसका जलस्तर बुधवार सुबह 9 बजे तक 7 फीट पहुंच गया, जो खतरे के निशान से मात्र 1 फीट नीचे है।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
मोहाली जिला प्रशासन ने घग्गर नदी और सुखना झील के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने चेतावनी दी है कि नंगल क्षेत्र में लगातार बारिश से खड्डों और सतलुज नदी के किनारे बने बांध कमजोर हो चुके हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हो जाएं।
जालंधर में हादसा, मकान ढहा
इसी बीच, जालंधर के बस्ती शेख क्षेत्र में आज सुबह एक कच्चा मकान गिर गया। हादसे के समय घर का मालिक दूध लेने बाहर गया हुआ था, जिससे जनहानि नहीं हुई, लेकिन मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया।
राहत और बचाव कार्य तेज
राज्य सरकार ने सभी जिलों में राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। प्रभावित इलाकों में लगातार निगरानी रखी जा रही है और प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से दूर रहते हुए सतर्क रहने की अपील की है।