नई दिल्ली| भारतीय क्रिकेट टीम के नए सीजन की तैयारियों के बीच फिटनेस टेस्ट को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। टीम इंडिया के लगभग सभी शीर्ष खिलाड़ियों ने जहां बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई (BCCI) के नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अनिवार्य फिटनेस टेस्ट दिया है, वहीं दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को विशेष छूट प्रदान करते हुए उनका टेस्ट इंग्लैंड में आयोजित किया गया।
पहली बार देश के बाहर फिटनेस टेस्ट
एक निजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट इतिहास में यह पहली बार है जब किसी खिलाड़ी का फिटनेस टेस्ट भारत के बाहर हुआ है। इस अभूतपूर्व कदम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और इसे खेल जगत में “वीआईपी कल्चर” की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।
कोहली को मिली ‘शाही छूट’
कोहली इस समय अपने परिवार के साथ लंदन में रह रहे हैं। टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वे अब सिर्फ वनडे फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, कोहली ने बोर्ड से इसके लिए पूर्व अनुमति ली थी और इंग्लैंड में हुए फिटनेस टेस्ट की रिपोर्ट सीधे बीसीसीआई को भेजी गई है।
बाकी खिलाड़ी बेंगलुरु में हुए शामिल
कप्तान रोहित शर्मा, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव और टेस्ट कप्तान शुभमन गिल समेत ज्यादातर वरिष्ठ खिलाड़ियों ने बेंगलुरु में ही फिटनेस टेस्ट दिया। इनके अलावा हार्दिक पंड्या, श्रेयस अय्यर, मोहम्मद शमी, संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल जैसे नाम भी शामिल हैं। वहीं, चोट से उबर रहे केएल राहुल, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा और आकाश दीप का फिटनेस टेस्ट अभी होना बाकी है।