लद्दाख | केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में पूर्ण राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन बुधवार को हिंसक हो गया। लेह में छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प के बाद प्रदर्शनकारियों ने गुस्से में भाजपा कार्यालय व सीआरपीएफ की गाड़ी में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया।
पर्यावरणविद् और शिक्षक सोनम वांगचुक पिछले 15 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उनकी मांग है कि लद्दाख को राज्य का दर्जा बहाल किया जाए और आदिवासी समुदाय के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। बुधवार को आंदोलन 14वें दिन में प्रवेश कर गया। इसी दौरान दो महिला प्रदर्शनकारियों—अंचुक और अंचुक डोल्मा—की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद भीड़ भड़क उठी और लेह हिल काउंसिल भवन पर पथराव कर दिया।
बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने संवेदनशील इमारतों और विरोध स्थलों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है। बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर 6 अक्टूबर को निर्णय की तारीख तय की है, लेकिन लद्दाख के लोग अब और इंतजार करने को तैयार नहीं हैं। आंदोलनकारियों ने गुरुवार को कारगिल बंद का आह्वान किया है, ताकि केंद्र सरकार को कड़ा संदेश दिया जा सके और आंदोलन को और मजबूती मिले।