रायपुर। सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग, मारपीट और आर्म्स एक्ट के मामलों में आरोपी वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी सिंह और रोहित तोमर पुलिस की गिरफ्त से चार महीने से बाहर हैं। पुलिस ने दोनों पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है।
44 दिनों में सात मामले दर्ज
पुरानी बस्ती और तेलीबांधा थानों में दोनों भाइयों पर 44 दिनों के भीतर सात आपराधिक केस दर्ज हैं। आरोप गंभीर हैं—सूदखोरी, धमकी, मारपीट और जबरन वसूली तक। मामले में तोमर परिवार की एक बहू, भतीजा दिव्यांश, दो वकील और दो कर्मचारी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
कोर्ट ने घोषित किया फरार, संपत्ति कुर्क
कोर्ट ने 18 जुलाई को दोनों को पेश होने का मौका दिया था। हाजिर न होने पर उन्हें फरार घोषित करते हुए संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया गया। गिरफ्तारी वारंट भी जारी है।
पत्नी की गिरफ्तारी और तकनीकी सबूत
हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर की पत्नी भावना तोमर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। जांच में पता चला कि फरार रहने के बावजूद तोमर ब्रदर्स अपने परिचितों से संपर्क में थे, जिसके तकनीकी सबूत पुलिस को मिले हैं।
पुलिस की लगातार तलाश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई गई है। छापेमारी और तकनीकी निगरानी जारी है, लेकिन अब तक आरोपी पकड़ से बाहर हैं। पुलिस का कहना है कि जैसे ही पुख्ता इनपुट मिलेगा, दोनों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।