लोकतंत्र प्रहरी/छत्तीसगढ़दुर्ग।प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने गांव, गरीब, मजदूर और किसान को केंद्रित कर योजनाएं बनाई। कानून बनाकर उन्हें अधिकार देने का काम किया, लेकिन मौजूदा सरकार इन अधिकारों को छीनने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार गरीब, किसान और मजदूरों की विरोधी है। मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए कांग्रेस हर मोर्चे पर संघर्ष के लिए तैयार है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव भवन में आयोजित प्रदेश स्तरीय असंगठित कामगार सम्मेलन में यह बातें कही। उन्होंने संगठन की मजबूरी पर जोर हो देते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में गरीब, किसान और मजदूरों का न सिर्फ जीना दूभर हो गया है, बल्कि अब संविधान प्रदत्त अधिकारों की भी चोरी होने लगी है।

संविधान ने लोगों को प्रतिनिधि चुनने का अधिकार दिया है, इस अधिकार को भी छीना जा रहा है। यह राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के खुलासों से स्पष्ट हो गया है। जीएसटी के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार को घेरते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 तक जनता और व्यापारियों को लूटने के बाद अब समझ में आया कि सुधार की जरूरत है।

कार्यक्रम में असंगठित कामगार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदित राज, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक बोरकर, जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर, राजेंद्र साहू, दीपक दुबे भी मौजूद थे।
हितों की रक्षा के लिए संघर्ष –
बैज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि संगठन की मजबूती और मजदूरों की हितों और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया जाएगा। भाजपा की सरकारों के कारण वर्तमान में मजदूरों की स्थिति बेहद खराब है।
50 फीसदी टैरिफ के चलते लोगों के हाथों से काम छीन रहा है, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है। जीएसटी पर भी उन्होंने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि पहले जीएसटी बढ़ाने के फायदे गिनाए और अब कम होने का लाभ बताया जा रहा है।
प्रदेशभर से जुटे सम्मेलन में कामगार
असंगठित कामगार व कर्मचारी कांग्रेस के सम्मेलन में प्रदेश भर के कामगार व कर्मचारी शामिल हुए। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदित राज ने कामगार और कर्मचारी एकता पर जोर देते हुए अधिकारी की रक्षा के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की तरक्की में इसी वर्ग का सबसे बड़ा योगदान होता है, लेकिन मौजूदा सरकारें न सिर्फ इनकी अनदेखी कर रही है, बल्कि उनके अधिकारों को भी छीनने का काम कर रही है।