रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) परीक्षा घोटाले में सीबीआई ने एक और अहम कदम उठाते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में आयोग की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक और डिप्टी कलेक्टर सुमित ध्रुव शामिल हैं। सुमित, पीएससी के पूर्व सचिव के बेटे हैं।
अन्य गिरफ्तार आरोपियों में निशा कोसले, दीपा आदिल और जीवन किशोर ध्रुव के नाम सामने आए हैं। सीबीआई की जांच में पाया गया कि ये सभी परीक्षा में हुई अनियमितताओं और गड़बड़ियों में सीधे तौर पर शामिल थे। फिलहाल सभी से गहन पूछताछ जारी है, ताकि घोटाले की परत-दर-परत सच्चाई उजागर की जा सके।
छत्तीसगढ़ का यह चर्चित पीएससी परीक्षा घोटाला लंबे समय से सुर्खियों में है। परीक्षा में धांधली और भ्रष्टाचार के आरोपों ने न केवल आयोग की कार्यप्रणाली की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि उन हजारों अभ्यर्थियों के सपनों को भी आघात पहुंचाया है जिन्होंने कड़ी मेहनत से इस परीक्षा की तैयारी की थी।
इससे पहले भी इस मामले में कई महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। सीबीआई की ताजा कार्रवाई से स्पष्ट है कि जांच एजेंसी इस घोटाले की गहराई तक जाकर हर परत को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है। फिलहाल जांच जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे की संभावना है।