रायपुर। नवा रायपुर इस महीने राष्ट्रीय पुलिस नेतृत्व का केंद्र बनने जा रहा है, जहां तीन दिवसीय डीजीपी-आईजी कांफ्रेंस आयोजित होगी। इस महत्वपूर्ण आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ देशभर के सभी राज्यों के डीजीपी और आईजी रैंक के अधिकारी शामिल होंगे।
कांफ्रेंस में आंतरिक सुरक्षा, बढ़ते साइबर अपराध, वामपंथी उग्रवाद और आतंकवाद विरोधी रणनीतियों पर गहन चर्चा होगी। साथ ही अपराध मॉनीटरिंग सिस्टम, नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन, जेल सुधार और पुलिस व्यवस्था में तकनीक के उपयोग जैसे मुद्दों पर भी विचार-विमर्श होगा। खास ध्यान साइबर अपराध, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीपफेक जैसी उभरती चुनौतियों पर रहेगा।
नक्सल प्रभावित बस्तर में चल रहे सफल अभियानों को देखते हुए संभावना है कि इसे देशभर में मॉडल ऑपरेशन के रूप में पेश किया जाएगा। मेहमानों और उनके सुरक्षा कर्मियों के लिए सरकारी आवासों में विशेष व्यवस्था की गई है। सभी अतिथि कार्यक्रम से एक दिन पहले रायपुर पहुंचेंगे और समापन के अगले दिन प्रस्थान करेंगे।
2014 के बाद से यह कांफ्रेंस दिल्ली से बाहर विभिन्न राज्यों में आयोजित हो रही है। असम, गुजरात, हैदराबाद, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और लखनऊ इसके मेजबान रह चुके हैं, जबकि कोविड काल में यह वर्चुअल हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य मौजूदा और भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों की पहचान कर, उनसे निपटने की रणनीति बनाना और देश की आंतरिक सुरक्षा को और मजबूत करना है।