रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को राजधानी के एक होटल में डेंटल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि तंबाकू, गुटखा और पान मसाला का सेवन मुंह के कैंसर और दांतों की बीमारियों का बड़ा कारण है। लोगों को इससे बचाने के लिए दंत चिकित्सक जनजागरूकता अभियान चलाएं और मुस्कान की सुरक्षा के लिए समाज को जागरूक करें।
सीएम ने कहा कि राज्य की तीन करोड़ जनता के अच्छे स्वास्थ्य के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार होगा। उन्होंने बताया कि पिछले 20 महीनों में स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ाने पर जोर दिया गया है। दुर्गम इलाकों तक इलाज पहुंचाने की दिशा में काम किया गया है। इस दौरान उन्होंने डेंटल उपकरणों की प्रदर्शनी देखी और एसोसिएशन की वार्षिक स्मारिका का भी विमोचन किया।
स्वास्थ्य ढांचे को और मजबूत करने की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पांच नए मेडिकल कॉलेज की मंजूरी दी गई है। इसके अलावा फिजियोथैरेपी, नर्सिंग और मदर-चाइल्ड हॉस्पिटल जैसे संस्थान भी खोले जा रहे हैं। वर्ष 2000 में जहां केवल एक मेडिकल कॉलेज था, वहीं आज 15 मेडिकल कॉलेज कार्यरत हैं।
आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के जरिए मरीजों और बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। वहीं, सस्ती जेनेरिक दवाओं से आम जनता को राहत भी मिल रही है।
आर्थिक विकास और स्वास्थ्य पर जोर
सीएम ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश का जीएसडीपी 5 लाख करोड़ रुपये है और वर्ष 2047 तक इसे 75 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। खनिज संपदा, वन, मेहनतकश किसान और परिश्रमी जनता छत्तीसगढ़ की असली ताकत हैं। उन्होंने कहा कि इंसान की मुस्कान सबसे अनमोल है और उसे सुरक्षित रखने में दंत चिकित्सकों की बड़ी भूमिका है।
तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस
तीन दिनों तक चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में दंत रोगों और उनके इलाज पर गहन चर्चा होगी। नई तकनीकों और संभावनाओं पर भी विचार किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि विशेष पिछड़ी जनजाति क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट चलाई जाएगी और दुर्गम इलाकों के लिए बाइक एंबुलेंस सेवा शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ आज पूरे देश में सबसे ज्यादा कैशलेस इलाज सुविधा देने वाला राज्य बन गया है।