
कोरबा, । जिले के कटघोरा विकासखंड स्थित डिंडोलभाठा छिरहुट क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी (सीएसईबी) के राखड़ बांध के फूटने से आसपास के खेतों में राखयुक्त गंदा पानी भर गया, जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
गुरुवार शाम हुई इस घटना के बाद से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि बारिश के इस मौसम में बांध टूटने से धान की खेती बर्बाद होने की कगार पर है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सीएसईबी का स्थानीय प्रबंधन राखड़ बांध की निगरानी में गंभीर लापरवाही बरत रहा है।
यह बांध छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के कोरबा पश्चिम संयंत्र से निकलने वाली कोयले की राख को पाइपलाइन के माध्यम से यहां एकत्र करने के लिए बनाया गया है। रोजाना हजारों मीट्रिक टन राखड़ इस क्षेत्र में डंप किया जा रहा है। पिछले दो दिनों से हो रही लगातार रिमझिम और तेज बारिश के चलते बांध में पानी का स्तर बढ़ गया था और अंततः गुरुवार को यह एक स्थान से फट गया।
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और विद्युत कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले साल भी घमोटा क्षेत्र में राखड़ बांध फूट चुका है, लेकिन उस नुकसान की भरपाई आज तक नहीं हुई। अब एक बार फिर वही स्थिति दोहराई जा रही है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे और स्थायी समाधान की मांग की है, ताकि खेती को होने वाले नुकसान और पर्यावरणीय खतरे को रोका जा सके।