Health Tips: पानी को जीवन का आधार माना जाता है और स्वास्थ्य विशेषज्ञ हर दिन 8 से 10 गिलास पानी पीने की सलाह देते हैं। लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि पानी पीने का तरीका भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि उसकी मात्रा। अक्सर लोग खड़े होकर पानी पीते हैं, जबकि यह आदत गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
खड़े होकर पानी पीने के नुकसान
- प्यास नहीं बुझना – खड़े होकर पानी पीने से प्यास पूरी तरह नहीं बुझती और बार-बार पानी पीने की इच्छा होती है।
- पाचन क्रिया प्रभावित – तेजी से पेट में जाने वाला पानी पाचन को नुकसान पहुंचाता है और बदहज़मी की समस्या बढ़ा सकता है।
- किडनी पर असर – विशेषज्ञों के अनुसार खड़े होकर पानी पीना किडनी की कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है और बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।
- जोड़ों की समस्या – इस आदत से नसों पर तनाव आता है, जिससे गठिया और जोड़ों के दर्द की संभावना बढ़ जाती है।
- फेफड़ों और हृदय पर असर – खड़े होकर पानी पीने से शरीर में ऑक्सीजन स्तर प्रभावित होता है, जिसका नकारात्मक असर फेफड़ों और दिल तक पहुंचता है।
विशेषज्ञों की सलाह
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि पानी हमेशा बैठकर और धीरे-धीरे पीना चाहिए। इससे न सिर्फ पाचन दुरुस्त रहता है बल्कि किडनी, हड्डियों और हृदय को भी लाभ मिलता है।