
रायपुर| छत्तीसगढ़ की राजनीति में आज एक बार फिर जबरदस्त उथल-पुथल मच गई है। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार नहीं, बल्कि हिरासत में लिया है, जिससे प्रदेश की सियासी हलचल तेज हो गई है। खास बात यह है कि आज चैतन्य बघेल का जन्मदिन भी है, जिसे लेकर कांग्रेस नेताओं और समर्थकों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है।
कांग्रेसियों का हंगामा, रायपुर ले जाया गया चैतन्य
ईडी की टीम आज सुबह दुर्ग के भिलाई स्थित बघेल निवास पर छापेमारी के लिए पहुंची थी। टीम में एक दर्जन अधिकारी और भारी संख्या में सीआरपीएफ जवान मौजूद थे। छापेमारी के बाद ईडी की टीम चैतन्य बघेल को हिरासत में लेकर रायपुर ईडी कार्यालय के लिए रवाना हो गई। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी की गाड़ी को रोकने की कोशिश की और जमकर नारेबाज़ी और हंगामा किया।
भूपेश बघेल ने साधा केंद्र पर निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा:
“जन्मदिन का जैसा तोहफ़ा मोदी और शाह जी देते हैं वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में और कोई नहीं दे सकता।
मेरे जन्मदिन पर मेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घरों पर ईडी भेजी गई थी।
अब मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी की छापेमारी हो रही है।
इन तोहफ़ों का धन्यवाद। ताउम्र याद रहेगा।”
तीसरी बार पहुंची ईडी
गौरतलब है कि छह महीने में यह तीसरी बार है जब ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री के निवास पर दबिश दी है। इससे पहले 26 मार्च को सीबीआई भी उनके घर पर जांच के लिए पहुंची थी। मौजूदा कार्रवाई 3200 करोड़ के कथित शराब घोटाले और महादेव सट्टा एप मामले से जुड़ी बताई जा रही है।
कांग्रेस का तीखा विरोध
कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई करार दिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि जब भी भाजपा सरकार के खिलाफ कोई बड़ा मुद्दा उठने वाला होता है, केंद्र सरकार ईडी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है।