
जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जयपुर के कूकस स्थित फाइव स्टार होटल फेयर माउंट में आयोजित एक शाही शादी में दबिश देकर 200 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। यह विवाह समारोह महादेव सट्टा ऐप से जुड़े गिरोह के सदस्यों के बीच हो रहा था। इस हाई-प्रोफाइल शादी में दुबई, रायपुर और भिलाई से आए 250 से ज्यादा मेहमान शामिल हुए थे।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी महादेव सट्टा ऐप के मुख्य संचालक सौरभ चंद्राकर के करीबी हैं। बताया जा रहा है कि शादी के दौरान मौजूद दूल्हा सौरभ आहूजा, जो भोपाल का रहने वाला है, ईडी की छापेमारी की भनक लगते ही सात फेरे पूरे करते ही मौके से फरार हो गया। उसकी तलाश में दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद में दबिश दी गई है।
शाही शादी में बेतहाशा खर्च, हवाला से भुगतान
सौरभ आहूजा की शादी के लिए होटल को पूरे 5 दिनों के लिए बुक किया गया था। करोड़ों रुपए खर्च कर डेकोरेशन, मेहमानों की आवभगत, हवाई टिकट, खानपान और अन्य व्यवस्थाएं की गई थीं। ईडी को संदेह है कि इस पूरे आयोजन में हवाला नेटवर्क के जरिए पैसा खपाया गया। आयोजन के लिए नामी डेकोरेशन कंपनी और अनुभवी खानसामों को बुलाया गया था।
दुल्हन से पूछताछ में मिले अहम सुराग
ईडी ने फरार दूल्हे की तलाश करते हुए दुल्हन से पूछताछ की, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े कई वित्तीय लेन-देन के बारे में जानकारी मिली है। सौरभ आहूजा का नाम पहले से ही भोपाल के ट्रैवल कारोबारी धीरज आहूजा और विशाल आहूजा से जोड़ा जा रहा है, जो महादेव ऐप केस में पहले ही आरोपी बनाए जा चुके हैं।
दुबई कनेक्शन और हवाला नेटवर्क का पर्दाफाश
जांच में सामने आया है कि शादी में शामिल कई मेहमानों की हवाई टिकट और होटल की बुकिंग दुबई से रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के जरिए की गई थी, जो महादेव सट्टा ऐप नेटवर्क को दुबई से ही संचालित कर रहे हैं। ईडी ने होटल के कमरों की तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज और अहम सबूत जब्त किए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय अब इस मामले में और गिरफ्तारियों की तैयारी में है, क्योंकि शुरुआती जांच से स्पष्ट है कि यह शादी अवैध धन के जरिये आयोजित एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी।