अमरावती। आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था को हाल ही में लागू हुए GST सुधारों से व्यापक लाभ मिलने की उम्मीद है। राज्य के पारंपरिक और आधुनिक उद्योगों पर लागू कटौती उपभोक्ताओं की लागत घटाएगी और उत्पादन गतिविधियों को बढ़ावा देगी।
राज्य के नौ तटीय जिलों में मछली पालन से जुड़े करीब 14.5 लाख लोग, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं, अब GST दरों में कटौती (12/18% से 5%) से मछली तेल, संरक्षित उत्पाद, उपकरण और डीजल इंजन पर लागत कम होने से सीधे लाभान्वित होंगे। आंध्र प्रदेश भारत के समुद्री उत्पाद निर्यात में 30% से अधिक योगदान देता है, जिसका मुख्य निर्यात विशाखापत्तनम पोर्ट से अमेरिका, चीन, यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया में होता है।
डेयरी क्षेत्र में राज्य देश में चौथे स्थान पर है और 24 लाख किसानों का समर्थन करता है। UHT दूध और पनीर पर GST 5% से 0%, घी और मक्खन पर 12% से 5% और आइसक्रीम पर 18% से 5% कटौती से उपभोक्ताओं के लिए कीमतें 5-7% कम हुई हैं। इससे घरों की लागत घटेगी और किसानों व SHG समूहों की आय मजबूत होगी।
ऑटो सेक्टर में अनंतपुर, चित्तूर, विशाखापत्तनम और नेल्लोर ऑटो हब के रूप में उभर रहे हैं। प्रमुख कारखानों और 100+ ऑटो पार्ट्स MSMEs पर GST 28% से 18% कटौती से तीन-पहिया वाहन, छोटी कारें और मोटरसाइकिल लगभग 8% सस्ती हो गई हैं।
फार्मा और स्वास्थ्य क्षेत्र में 250+ एपीआई और बायो फार्मा यूनिटें हैं। 30 कैंसर दवाओं पर GST 12% से 0% और व्यक्तिगत दवाओं पर 12% से 5% कटौती से स्वास्थ्य सेवा सस्ती होगी। थर्मामीटर, सर्जिकल उपकरण और डायग्नोस्टिक किट की लागत 7-13% कम हुई है।
रिन्यूएबल एनर्जी और कृषि क्षेत्रों में भी सुधार का असर दिखाई देगा। सौर हीटर, कुकर्स और फ्यूल सेल वाहनों पर GST कटौती से उत्पादन लागत कम होगी और 2030 तक 7.5 लाख हरे रोजगार सृजित होने में मदद मिलेगी। आदिवासी किसानों की अराकू कॉफी और हस्तशिल्प उत्पादों की कीमतों में कमी से बेहतर मूल्य और घरेलू व निर्यात बाजारों की मजबूती आएगी।