
रायपुर। छत्तीसगढ़ अब देश के उन अग्रणी राज्यों की कतार में शामिल होने जा रहा है, जो समग्र और दीर्घकालिक शहरी विकास की दिशा में ठोस कदम उठा रहे हैं। राजधानी रायपुर, नया रायपुर (अटल नगर) और दुर्ग-भिलाई को मिलाकर एक “छत्तीसगढ़ राजधानी क्षेत्र (SCR)” के गठन का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।
अब इस संबंध में राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCRDA) के गठन के लिए विधेयक का प्रारूप तैयार कर लिया गया है, जिसे आगामी विधानसभा सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा।
2031 तक 50 लाख की आबादी, अनियोजित विकास पर लगेगी लगाम
सरकार के अनुमान के अनुसार, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, कुम्हारी और चरौदा जैसे तेजी से विकसित होते क्षेत्रों में 2031 तक जनसंख्या 50 लाख के पार पहुंच सकती है। वर्तमान में इन क्षेत्रों में हो रहे अनियोजित और असंतुलित शहरी विकास को देखते हुए सरकार एक संगठित, एकीकृत और दीर्घकालिक योजना की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
SCRDA: दिल्ली-NCR और मुंबई MMRDA की तर्ज पर बनेगा छत्तीसगढ़ का मॉडल
राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCRDA) दिल्ली के NCR और मुंबई महानगर विकास प्राधिकरण की तर्ज पर कार्य करेगा। यह वैधानिक संस्था शहरी नियोजन, भूमि उपयोग, निवेश प्रोत्साहन, अधोसंरचना निर्माण और पर्यावरणीय संतुलन जैसे प्रमुख कार्यों को संभालेगी।
प्रमुख लक्ष्य – एकीकृत योजना, निवेश और समन्वय
SCRDA का उद्देश्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि सरकारी और निजी एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करना भी होगा। यह संस्था शहरी क्षेत्रों में सड़क, परिवहन, जल आपूर्ति, सीवरेज, पर्यावरण और आवास जैसे बुनियादी ढांचे के विकास को एक मंच पर लाकर समेकित रूप से संचालित करेगी।
आवास एवं पर्यावरण विभाग की पहल
राज्य के आवास एवं पर्यावरण विभाग ने SCRDA की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह प्राधिकरण शहरी भविष्य को संतुलित और सुनियोजित दिशा देगा। साथ ही, यह संस्था विकास मानकों को तय करने, उन पर निगरानी रखने और क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का भी काम करेगी।
नागरिकों को होंगे ये प्रमुख फायदे:
- बेहतर सड़क और यातायात सुविधा
- समन्वित जल, सीवरेज और कचरा प्रबंधन
- आवासीय और व्यावसायिक ज़ोन का स्पष्ट निर्धारण
- निवेशकों के लिए आसान और पारदर्शी नीति
- पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए एकीकृत उपाय