अम्बिकापुर/सूरजपुर: स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के सख्त निर्देशों के बाद भी कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्था थमने का नाम नहीं ले रही है। 18 सितंबर की रात संयुक्त संचालक (जेडी) स्वास्थ्य सेवाएं ने अचानक निरीक्षण किया, जिसमें सीएचसी रामानुजनगर, प्रेमनगर और सरगुजा के लखनपुर स्वास्थ्य केंद्र में गंभीर लापरवाही उजागर हुई।
निरीक्षण में चौंकाने वाली बातें
- रामानुजनगर सीएचसी में महिला और पुरुष मरीजों को अलग वार्ड उपलब्ध होने के बावजूद एक ही वार्ड में भर्ती किया गया।
- ड्यूटी रोस्टर नोटिस बोर्ड पर चस्पा तक नहीं था और कई अधिकारी बिना अवकाश सूचना के अनुपस्थित पाए गए।
- डॉ. आर. सिंह 3 दिन और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुखराम 2 सितंबर से गायब थे।
अन्य केंद्रों में भी लापरवाही
- प्रेमनगर सीएचसी में ओपीडी रजिस्टर का ठीक से संधारण नहीं पाया गया। शालिनी श्रीवास 7 दिन, वीसी पटेल 1 दिन, अमरजीत कुरे 4 दिन से ड्यूटी पर नहीं थे।
- लखनपुर सीएचसी में एमपीएस जितेश मिश्रा, ड्रेसर सविता मिज, स्टाफ नर्स किरण दास, बीईटीओ सी. नागवंशी और स्टाफ नर्स कविता सिंह कई दिनों से अनुपस्थित रहे।
जेडी की सख्त चेतावनी
निरीक्षण के दौरान गंदगी, स्टाफ की कमी और व्यवस्थागत खामियों को लेकर जेडी ने सभी अनुपस्थित चिकित्सकों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और कार्रवाई की चेतावनी दी। साथ ही अस्पतालों में साफ-सफाई और ड्यूटी शेड्यूल का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए।
इस निरीक्षण से स्पष्ट है कि कड़े निर्देशों और कार्रवाई के बावजूद स्वास्थ्य केंद्रों में अनुशासनहीनता और अव्यवस्था बनी हुई है, जिससे मरीजों को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।