सावन में कर दें इन 5 पत्तों की अर्पणा, भोलेबाबा कर देंगे जीवन के कष्टों का अंत! जल्द पूरी होंगी मनोकामनाएं

डेस्क | सावन का पावन महीना भगवान शिव की आराधना का सबसे शुभ काल माना जाता है। इस दौरान शिवभक्त व्रत रखते हैं, रुद्राभिषेक करते हैं और शिवलिंग पर विशेष पूजन सामग्री अर्पित करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि सावन में भक्त सच्चे मन से शिवलिंग पर कुछ विशिष्ट पत्तों को अर्पित करें, तो भगवान शिव अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

जानिए वे पांच पत्ते कौन-से हैं, जो भगवान शिव को अत्यंत प्रिय माने जाते हैं और जिन्हें सावन के दौरान पूजा में शामिल करना अत्यंत फलदायक होता है:

1. शमी के पत्ते – मनवांछित फल का स्रोत

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, शमी का पत्ता और फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। विशेष रूप से सावन के महीने में यदि शिवलिंग पर शमी के पत्ते चढ़ाए जाएं, तो भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि इससे मनवांछित फल प्राप्त होते हैं और सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

2. धतूरा – विषहर रूप शिव को प्रिय

धतूरे का फूल भी सावन में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान निकले विष को जब भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण किया था, तब धतूरे का सेवन विष के प्रभाव को कम करने में सहायक रहा। इसीलिए सावन के समय धतूरे का फूल चढ़ाने से भगवान शिव के विष प्रभाव में संतुलन आता है और वे अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

3. भांग के पत्ते – नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति

शिवलिंग पर भांग के पत्ते चढ़ाने से महादेव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि आयुर्वेदिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि भांग के पत्ते चढ़ाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सकारात्मकता व खुशहाली आती है।

4. बेलपत्र – शिव पूजन का अविभाज्य अंग

बेलपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाना शिव पूजा का एक अनिवार्य हिस्सा है। इसके तीन पत्ते ब्रह्मा, विष्णु और महेश के प्रतीक माने जाते हैं। मान्यता है कि बेलपत्र के बिना शिव पूजा अधूरी मानी जाती है। यह न केवल धार्मिक रूप से बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी अत्यंत लाभकारी होता है। ध्यान रखें कि टूटा या खंडित बेलपत्र कभी शिवलिंग पर न चढ़ाएं।

5. दूर्वा – बाधाओं का नाशक, ऊर्जा का संचारक

दूर्वा (दूब घास) को आमतौर पर गणेश जी की पूजा से जोड़ा जाता है, लेकिन यह भगवान शिव को भी अत्यंत प्रिय है। दूर्वा चढ़ाने से शिवजी प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी बाधाएं समाप्त होती हैं। साथ ही यह सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है। हरे रंग की दूर्वा हरियाली का प्रतीक है, जिससे जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *