भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले एशिया कप मुकाबले हमेशा ही हाई-वोल्टेज ड्रामा से भरे रहते हैं। 21 सितंबर को हुए मैच में भी ऐसा ही हुआ, जब पाकिस्तानी बल्लेबाज साहिबज़ादा फरहान के विवादित सेलिब्रेशन ने माहौल गरमा दिया। फरहान ने अर्धशतक पूरा करने के बाद बल्ले को AK-47 राइफल की तरह थामकर जश्न मनाया, जिससे राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया।
इस घटना ने पहलगाम आतंकी हमले की दर्दनाक याद ताजा कर दी, जिसमें 26 बेगुनाहों की हत्या कर दी गई थी। विपक्षी दलों ने इसे लेकर केंद्र सरकार और बीसीसीआई पर निशाना साधा। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा,”साहिबज़ादा फरहान ने मैदान पर साबित कर दिया कि कैसे पाकिस्तानी आतंकियों ने पहलगाम में 26 बेगुनाहों को गोलियों से भून डाला। यह जश्न भारत को शर्मसार करने वाला है। बीसीसीआई और मोदी सरकार ने इसे रोकने के बजाय चुप्पी साध ली है।
“राउत ने यहां तक कह दिया कि “भारत को शर्मसार करने के लिए जय शाह भारत रत्न के हकदार हैं।
”टीम इंडिया ने दी करारा जवाबहालांकि इस विवादित जश्न का असर भारतीय खिलाड़ियों के खेल पर नहीं पड़ा। टीम इंडिया ने 172 रन के लक्ष्य को 19वें ओवर में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया।अभिषेक शर्मा ने 39 गेंदों में 74 रनों की तूफानी पारी खेली।शुभमन गिल ने 47 रन बनाए।
कप्तान सूर्य कुमार यादव ने मैच के बाद फरहान के सेलिब्रेशन पर कहा – “जिस देश की पहचान ही आतंक है, उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है।”भारत की इस जीत के बाद फैंस ने सोशल मीडिया पर टीम की जमकर तारीफ की और पाकिस्तान को लगातार दूसरी बार हराने का जश्न मनाया।