नई दिल्ली। भारत अब मोबाइल डेटा खपत के मामले में पूरी दुनिया में सबसे आगे निकल चुका है। Ericsson Mobility Report 2025 के अनुसार, भारत में एक स्मार्टफोन यूज़र हर महीने औसतन 32GB डेटा की खपत कर रहा है — जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है। रिपोर्ट में यह भी अनुमान जताया गया है कि यह आंकड़ा 2030 तक 62GB तक पहुंच सकता है।
हालांकि, बीते नवंबर में यह अनुमान 66GB लगाया गया था, जिसे अब रिपोर्ट में 4% घटा दिया गया है। इसके बावजूद भारत की डेटा खपत की गति दुनिया में सबसे तेज बनी हुई है।
5G यूज़र्स होंगे 98 करोड़, 4G में दिखेगी भारी गिरावट
रिपोर्ट में बताया गया है कि 5G सब्सक्राइबर्स की संख्या 2030 तक तीन गुना बढ़कर लगभग 98 करोड़ हो जाएगी। इसकी वजह मिड-बैंड 5G कवरेज में तेजी, किफायती डेटा प्लान्स और ग्रामीण क्षेत्रों में FWA (Fixed Wireless Access) की मांग को माना जा रहा है। वहीं 4G यूज़र्स की संख्या में 60% की गिरावट का अनुमान है, जो घटकर 23 करोड़ पर आ सकती है।
भारत में 95% आबादी तक पहुंच चुका है मिड-बैंड 5G
2024 के अंत तक ही भारत में मिड-बैंड 5G कवरेज 95% आबादी तक पहुंच गया था। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की डिजिटल क्रांति को ग्रामीण इलाकों तक तेज़ी से पहुँचाया जा रहा है, जिससे इंटरनेट और डेटा की मांग दिन-ब-दिन बढ़ रही है।
वैश्विक डेटा ट्रैफिक भी तेजी से बढ़ रहा
रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर मोबाइल डेटा ट्रैफिक में हर साल 19% की वृद्धि दर्ज की जा रही है और 2030 तक यह दोगुना से भी अधिक हो सकता है।