दुर्ग। पुलिस विभाग ने होटल और लॉजों में ठहरने वाले मेहमानों की ऑनलाइन जांच प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए “समाधान एप्प” को लागू किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में इस एप की उपयोगिता और प्रशिक्षण पर विशेष सत्र आयोजित किया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था अपराध रोकथाम और संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान में मील का पत्थर साबित होगी।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अभिषेक झा ने होटल मालिकों को संबोधित करते हुए कहा कि अब गेस्ट सत्यापन मोबाइल एप से कुछ ही मिनटों में संभव होगा। उप निरीक्षक डॉ. संकल्प राय ने सत्र का संचालन किया, जबकि आरक्षक काशीराम बरेठ ने एप की तकनीकी जानकारी दी।
होटल मालिकों की भूमिका पर जोर
- प्रत्येक गेस्ट/किराएदार का समाधान एप्प से अनिवार्य सत्यापन।
- सत्यापन होने पर भविष्य की जांच में होटल मालिक की कोई प्रत्यक्ष जिम्मेदारी नहीं होगी।
- यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित है।
पुलिस की नई पहल
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि अब पेट्रोलिंग आरक्षकों को ट्रेनर बनाया जा रहा है, जो होटल और लॉज संचालकों को एप का उपयोग सिखाएँगे। उन्होंने अपील की कि सभी संचालक इस प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से अपनाएँ ताकि अपराधियों को पनाह न मिल सके।