महासमुंद। छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का एक और मामला सामने आया है। महासमुंद जिले में आठ प्रधान पाठकों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मिली पदोन्नति को निरस्त कर दिया गया है और अब उन्हें सहायक शिक्षक (एलबी) के पद पर पदानवत किया गया है।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह को शिकायत मिलने के बाद उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) विजय लहरे को मामले की जांच के निर्देश दिए। जांच के लिए गठित पांच सदस्यीय टीम ने 18 शिक्षकों के दस्तावेजों की गहन जांच की।
जांच में आठ शिक्षकों के दस्तावेज नियमों के अनुरूप नहीं पाए गए। इनमें से एक शिक्षक दिनेश प्रधान की पदोन्नति पहले ही रद्द की जा चुकी थी। वहीं हाल ही में सात अन्य शिक्षकों — सतीश कुमार धुर्वे, नारायण सिदार, जयलाल भोई, चंद्रप्रकाश नायक, अभिमन्यु सिन्हा, ईश्वर लाल दीवान और गौरी नायक — को भी पद से हटाकर पुनः सहायक शिक्षक बनाया गया।
इन सभी शिक्षकों को सुनवाई का अवसर दिया गया, लेकिन उनके जवाब असंतोषजनक पाए गए। इसके चलते विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें वर्तमान पद से हटाया।
जांच के दौरान 18 में से 6 शिक्षकों के दस्तावेज सही पाए गए, जबकि तीन मामलों को उच्च अधिकारियों के पास भेजा गया है।