रायपुर: इस बार दीपावली के लिए स्थाई और अस्थाई पटाखा दुकानों के लाइसेंस लेने में व्यापारियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन आवेदन प्रणाली लागू होने के कारण कई आवेदन लंबित हैं या रिजेक्ट कर दिए गए हैं। जिलेभर से स्थाई दुकानों के लिए 22 और अस्थाई दुकानों के लिए 198 आवेदन किए गए थे। इनमें से केवल 6 स्थाई और 27 अस्थाई दुकानों को लाइसेंस जारी किए गए हैं, जबकि 47 आवेदन दस्तावेजों में कमी के कारण रिजेक्ट कर दिए गए हैं। शेष 147 आवेदन अभी भी प्रक्रियाधीन हैं।
पहले पटाखा लाइसेंस के लिए ऑफलाइन आवेदन लिए जाते थे, लेकिन इस बार लोकसेवा केंद्र के ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के माध्यम से आवेदन मांगे गए थे। यह प्रक्रिया 5 अगस्त से 15 सितंबर तक चली। ऑनलाइन प्रक्रिया के कारण स्थाई और अस्थाई लाइसेंस के लिए आवेदनों में पिछले वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत से भी कम आवेदन आए हैं।
प्रशासन की ओर से जितने लाइसेंस जारी किए जाते हैं, त्योहार के दौरान तीन से चार गुना अधिक दुकानें खुल जाती हैं। इस बार कम आवेदन मिलने के कारण संभावना जताई जा रही है कि अवैध दुकानें और अधिक खुल सकती हैं।
ई-जिला प्रबंधक कीर्ति शर्मा ने बताया कि वर्तमान में 27 लाइसेंस जारी किए गए हैं, 47 आवेदन रिजेक्ट किए गए हैं और 147 आवेदन अभी भी प्रक्रियाधीन हैं। प्रशासन को इस बार अवैध दुकानों पर कड़ी कार्रवाई करने की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।