
तेहरान। ईरान में अस्थिरता का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिजाब आंदोलन और इजरायल के खिलाफ युद्ध के बीच आज एक बड़ा आतंकी हमला सामने आया है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। यह हमला शनिवार, 26 जुलाई को सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत के ज़ाहेदान शहर में स्थित एक कोर्टहाउस पर हुआ।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अचानक कुछ हमलावर कोर्टहाउस में घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमले के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला।
8 लोगों की मौत, 13 घायल
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस आतंकी हमले में कुल 8 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में 5 आम नागरिक और 3 आतंकी शामिल हैं। वहीं, हमले में घायल 13 लोगों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है
जैश अल-अदल ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी ईरान में सक्रिय आतंकी संगठन जैश अल-अदल (Jaish al-Adl) ने ली है। यह संगठन सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में कई बार सुरक्षाबलों और नागरिकों पर हमले कर चुका है। जैश अल-अदल, जो कि खुद को सुन्नी बलूचों का प्रतिनिधि बताता है, ईरान सरकार के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष की नीति पर चलता है और पाकिस्तान की सीमा से सटे इलाकों में अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है।
ईरान में बढ़ती अस्थिरता और आतंकी खतरा
हिजाब के खिलाफ शुरू हुए जनआंदोलन के बाद से ईरान लगातार आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना कर रहा है। इजरायल के खिलाफ सैन्य टकराव और पश्चिमी देशों से तनाव के बीच अब आतंकी संगठनों की गतिविधियों में भी तेजी देखी जा रही है। सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत पहले से ही अलगाववादी और आतंकी संगठनों के लिए संवेदनशील माना जाता है।
सरकार की प्रतिक्रिया और सुरक्षा एजेंसियों का ऑपरेशन
घटना के बाद ईरानी सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और बाकी बचे हमलावरों की तलाश जारी है। ईरान सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने का आश्वासन दिया है।
अधिकारियों के अनुसार, हमलावरों के नेटवर्क का पता लगाने के लिए बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है और सीमा इलाकों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई है।