लंदन/नई दिल्ली। भारतीय मूल के दिग्गज ब्रिटिश उद्योगपति और समाजसेवी लॉर्ड स्वराज पॉल का गुरुवार शाम लंदन के एक अस्पताल में 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। हाल ही में उन्हें स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पारिवारिक सदस्यों की मौजूदगी में उन्होंने अंतिम सांस ली।
पीएम मोदी ने जताया शोक
लॉर्ड स्वराज पॉल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा—
“श्री स्वराज पॉल जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ। ब्रिटेन में उद्योग, परोपकार और जनसेवा में उनके योगदान और भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए उनके अटूट समर्थन को सदैव याद रखा जाएगा। उनके साथ हुई कई मुलाकातें याद आती हैं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।”
पंजाब से लंदन तक की यात्रा
18 फरवरी 1931 को पंजाब के जालंधर में जन्मे स्वराज पॉल 1960 के दशक में अपनी बेटी अंबिका के कैंसर इलाज के लिए ब्रिटेन गए थे। बेटी की असमय मृत्यु के बाद उन्होंने अंबिका पॉल फाउंडेशन की स्थापना की, जो आज भी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
कैपारो ग्रुप के संस्थापक
लॉर्ड स्वराज पॉल ब्रिटेन स्थित कैपारो ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के संस्थापक थे। उनके व्यावसायिक कौशल और समाजसेवा ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। वे ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य भी रहे और भारत-ब्रिटेन संबंधों को मजबूत करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
परोपकार और संपत्ति
लॉर्ड पॉल की संस्था ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुनिया भर के बच्चों और युवाओं के कल्याण हेतु लाखों डॉलर दान किए। वे नियमित रूप से संडे टाइम्स रिच लिस्ट में शामिल होते रहे। इस वर्ष उनकी संपत्ति लगभग 2 बिलियन पाउंड आंकी गई थी और उन्हें 81वें स्थान पर रखा गया था।