नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लाल किला परिसर में आयोजित जैन धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए एक बेशकीमती कलश चोरी हो गया। यह कलश करीब 760 ग्राम शुद्ध सोने से बना था, जिसमें हीरे, माणिक और पन्ना जड़े हुए थे। इसकी अनुमानित कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। दिल्ली पुलिस ने 6 सितंबर को इस वारदात की पुष्टि की, जबकि चोरी 2 सितंबर को हुई थी।
सीसीटीवी में कैद संदिग्ध
घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें एक संदिग्ध व्यक्ति नजर आया है। पुलिस ने आरोपी की पहचान के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं और भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 303(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पूजा के लिए लाया गया था कलश
पुलिस के अनुसार, बिजनेसमैन सुधीर जैन प्रतिदिन इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हो रहे थे। उन्होंने मंच पर पूजा के लिए यह अलंकारिक कलश रखा था। लेकिन 2 सितंबर को कार्यक्रम के दौरान यह रहस्यमयी ढंग से गायब हो गया।
आयोजन में शामिल हुईं प्रतिष्ठित हस्तियां
इस आयोजन में कई प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद थीं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी कार्यक्रम में पहुंचे थे। विशेष सुरक्षा इंतजामों के बावजूद चोरी की घटना सामने आने से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
लाल किला परिसर या भीतर?
घटना को लेकर फैली भ्रम की स्थिति के बीच दिल्ली पुलिस ने सफाई दी है कि चोरी लाल किला परिसर के गेट नंबर 15 के पास स्थित पार्क में हुई है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह वारदात लाल किले के मुख्य स्मारक क्षेत्र के भीतर नहीं हुई। धार्मिक आयोजन अभी भी 9 सितंबर तक जारी रहेगा।
जांच जारी
फिलहाल पुलिस संदिग्ध की पहचान और लोकेशन का पता लगाने में जुटी है। फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है और आयोजकों व प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है।