
पटना | केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को अपने बिहार दौरे के दौरान राज्यवासियों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने बिहार को पांच नई ट्रेनों की घोषणा की, जिनमें चार अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। साथ ही उन्होंने राज्य में तीन नई रेलवे परियोजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन और दो सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) के उद्घाटन की भी जानकारी दी।
यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर
- रेल मंत्री ने बताया कि पटना और दिल्ली के बीच अब प्रतिदिन अमृत भारत एक्सप्रेस चलाई जाएगी, जिससे दोनों शहरों के बीच तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित होगी। इसके अलावा:
- दरभंगा-लखनऊ और मालदा टाउन-लखनऊ के बीच एक-एक साप्ताहिक अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलेगी।
- सहरसा-अमृतसर और जोगबनी-इरोड (तमिलनाडु) के बीच भी अमृत भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी, जिससे उत्तर और दक्षिण भारत के बीच बेहतर रेल संपर्क स्थापित होगा।
6,173 करोड़ की रेलवे परियोजनाएं जल्द
- श्री वैष्णव ने यह भी बताया कि बिहार में तीन महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं को शीघ्र मंजूरी दी जाएगी:
- भागलपुर-जमालपुर तीसरी रेल लाइन (53 किमी) – ₹1,156 करोड़
- बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया दोहरीकरण परियोजना (104 किमी) – ₹2,017 करोड़
- रामपुर हाट-भागलपुर दोहरीकरण परियोजना (177 किमी) – ₹3,000 करोड़
- इन तीनों परियोजनाओं पर कुल ₹6,173 करोड़ का निवेश किया जाएगा, जो राज्य के रेल नेटवर्क को आधुनिक बनाने में सहायक होगा।
दो STPI पार्कों का उद्घाटन जल्द
रेल मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि बिहार में दो सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) का जल्द उद्घाटन होगा:
- पाटलिपुत्र – 53 करोड़ की लागत से
- दरभंगा – 10 करोड़ की लागत से
अमृत भारत स्टेशन योजना की समीक्षा
दौरे के दौरान श्री वैष्णव ने पटना, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और सोनपुर रेलवे स्टेशनों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की और निर्माण की गुणवत्ता व समयसीमा पर विशेष ध्यान देने को कहा।
रेल मंत्री के साथ इस निरीक्षण में स्थानीय विधायक श्री संजीव चौरसिया, पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह, और डीआरएम जयंत कुमार चौधरी भी मौजूद रहे।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे पूरे देश में परिवर्तन का प्रतीक बन चुकी है। बीते 11 वर्षों में 33,000 किलोमीटर से अधिक नई रेल लाइनों का निर्माण हुआ है, जो रेलवे के आधारभूत ढांचे को मजबूत कर रहा है।