नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें दावा किया गया था कि बैंक ने अपने भंडार से लगभग 35 टन सोना बेच दिया है। आरबीआई ने इन रिपोर्ट्स को पूरी तरह निराधार और झूठा बताते हुए नागरिकों से आग्रह किया है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
केंद्रीय बैंक ने अपने आधिकारिक एक्स (X) हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैलाई जा रही यह खबरें “भ्रामक और तथ्यहीन” हैं। आरबीआई ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की सोने की बिक्री नहीं की गई है और बैंक के स्वर्ण भंडार में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
पीआईबी फैक्ट चेक यूनिट ने भी इस दावे की पुष्टि की और एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि,
“भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने भंडार से 35 टन सोना बेचने की खबरों को खारिज कर दिया है। ये पूरी तरह गलत और अफवाह आधारित हैं। जनता से अपील है कि ऐसे झूठे दावों पर विश्वास न करें और केवल वेरिफाइड सोर्स से जानकारी लें।”
यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी और अस्थिरता बनी हुई है। दुनिया भर के कई केंद्रीय बैंक अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता घटाने के उद्देश्य से अपने गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं।
आरबीआई के हालिया आंकड़ों के अनुसार, 31 अक्टूबर 2025 को समाप्त सप्ताह तक भारत के पास मौजूद सोने के भंडार की वैल्यू बढ़कर 101.72 अरब डॉलर हो चुकी है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी अब करीब 15 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले कई दशकों में सबसे ऊंचा स्तर है। उल्लेखनीय है कि बीते दस वर्षों में यह अनुपात दोगुना हुआ है—पहले जहां यह 7 प्रतिशत के आसपास था, अब यह दोगुनी वृद्धि के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
आरबीआई ने दोहराया है कि भारत का स्वर्ण भंडार पूरी तरह सुरक्षित है और सोशल मीडिया पर चल रही किसी भी “गोल्ड सेल” की खबर को गंभीरता से न लिया जाए।