जगदलपुर: कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट गुरुवार को जगदलपुर पहुंचे और पत्रकारों से बातचीत में SIR प्रक्रिया को लोकतांत्रिक अधिकारों पर संभावित खतरा बताया। उन्होंने चेतावनी दी कि जिस तरह बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लाखों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए थे, उसी पैटर्न को छत्तीसगढ़ में लागू करने की कोशिश हो रही है।
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस किसी भी हाल में दलित, आदिवासी और OBC वर्ग के मतदाताओं के नाम कटने नहीं देगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन समुदायों के मतदाता अधिकारों और सुरक्षा को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने चुनाव आयोग से भी जल्द स्पष्टता और ठोस कदम उठाने की मांग की। पायलट ने बताया कि कांग्रेस लगातार इस मामले से जुड़े सबूत और दस्तावेज आयोग को सौंप रही है, लेकिन फिलहाल आयोग की ओर से कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं दिख रही है।
पायलट ने बस्तर में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा हिंसा के खिलाफ रही है और कानून-व्यवस्था बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने उदाहरण देते हुए कहा कि भरतपुर के पूर्व विधायक गुलाब कमरो का नाम उनके पैतृक गांव की मतदाता सूची से हट गया था और बाद में रायगढ़ जिले के एक अन्य गांव में मिला। उन्होंने चेताया कि यदि पूर्व विधायकों के नाम तक इस प्रक्रिया से प्रभावित हो सकते हैं, तो आम लोगों की परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है।