सलाखों के बीच रिश्तों की डोर, रक्षाबंधन पर 2135 बंदियों से मिलेंगी बहनें

दुर्ग | रक्षाबंधन के पावन पर्व पर केंद्रीय जेल दुर्ग में बंदियों को उनकी बहनों से मिलने और राखी बांधने की विशेष व्यवस्था की गई है। जेल प्रशासन ने बताया कि 7 बजे से शाम 4 बजे तक पंजीयन कराया जा सकेगा, जबकि बहनों को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ही जेल परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी।

जेल अधीक्षक मनीष संभाकर ने बताया कि प्रवेश के लिए बहनों को अपना पहचान पत्र अनिवार्य रूप से लाना होगा, जिसकी जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। प्रत्येक मुलाकात के लिए 15 मिनट का समय निर्धारित किया गया है और केवल वही बहनें अंदर जा सकेंगी, जिन्होंने पूर्व में पंजीयन कराया है। रक्षाबंधन पर जेल में पुरुष आगंतुकों का प्रवेश वर्जित रहेगा।

कड़े सुरक्षा इंतजाम

सुरक्षा को देखते हुए जेल प्रशासन ने एक डीएसपी रैंक अधिकारी और 20 अतिरिक्त जवान (10 महिला, 10 पुरुष) की मांग की है। इस दिन दूर-दराज से बहनें अपने कैदी भाइयों को राखी बांधने आती हैं, और मुलाकात के दौरान भावुक माहौल बन जाता है।

प्रतिबंधित वस्तुएं

पर्व के दिन जेल परिसर में नकद राशि, मोबाइल, पर्स और अन्य कीमती सामान ले जाना प्रतिबंधित होगा। आवश्यकता पड़ने पर महिला कर्मचारियों द्वारा तलाशी भी ली जाएगी।

जेल प्रशासन का कहना है कि रक्षाबंधन पर यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और बहनों व बंदियों के लिए यह दिन खास मायने रखता है।

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