Cricket : क्रिकेट के इतिहास में 12 मार्च 2006 का दिन हमेशा याद किया जाएगा। जोहानिसबर्ग में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए इस वनडे इंटरनेशनल मुकाबले ने वह करिश्मा कर दिखाया, जिसे असंभव माना जाता था। इस मैच में दोनों टीमों ने मिलकर कुल 872 रन ठोक दिए, जो अब तक का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
ऑस्ट्रेलिया ने बनाया पहाड़ जैसा स्कोर
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 4 विकेट खोकर 434 रन बनाए। कप्तान रिकी पोंटिंग ने 105 गेंदों पर 164 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, जिसमें 13 चौके और 9 छक्के शामिल थे। उनके अलावा माइक हसी (81 रन, 51 गेंद), साइमन कैटिच (79 रन), एडम गिलक्रिस्ट (55 रन) और एंड्रयू साइमंड्स (27 रन) ने भी तेजतर्रार पारी खेली। ऑस्ट्रेलियाई पारी में 43 चौके और 14 छक्के लगे।
साउथ अफ्रीका ने कर दिखाया नामुमकिन
434 रन का टारगेट उस समय तक वनडे क्रिकेट में कभी भी चेज नहीं हुआ था। लेकिन साउथ अफ्रीका ने इतिहास रचते हुए 49.5 ओवर में 9 विकेट पर 438 रन ठोक दिए और 1 विकेट से यह ऐतिहासिक मैच जीत लिया। साउथ अफ्रीका की पारी में 44 चौके और 12 छक्के शामिल रहे।
हर्शल गिब्स बने हीरो – नशे में खेली पारी
इस जीत के असली हीरो बने हर्शल गिब्स, जिन्होंने 111 गेंदों पर 175 रनों की धुआंधार पारी खेली। उनकी पारी में 21 चौके और 7 छक्के शामिल थे। बाद में गिब्स ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘To the Point: The no-holds-barred’ में खुलासा किया कि वह मैच से पहले रातभर पार्टी करने के बाद नशे की हालत में खेल रहे थे। बावजूद इसके उन्होंने करियर की सबसे बेहतरीन पारी खेलकर अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
19 साल से रिकॉर्ड कायम
इस मुकाबले में कुल 872 रन, 87 चौके और 26 छक्के लगे थे। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में आज तक ऐसा हाई-स्कोरिंग मैच दोबारा नहीं देखा गया। यह अब भी वनडे फॉर्मेट का सबसे हाईएस्ट एग्रीगेट स्कोर वाला मुकाबला है और साउथ अफ्रीका की यह जीत क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी चेज मानी जाती है।