सूरजपुर। जिले के भटगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार को लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया। प्रसव पीड़ा से परेशान गर्भवती महिला अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां न तो कोई डॉक्टर था और न ही स्टाफ मौजूद था। घंटों तक अस्पताल परिसर में तड़पने के बाद महिला को मजबूरन फर्श पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा।

मामला यहीं खत्म नहीं हुआ—डिलीवरी के बाद महिला ने खुद अस्पताल के फर्श की सफाई भी की। यह घटना न केवल स्वास्थ्य केंद्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को भी उजागर करती है।

हालांकि, राहत की बात यह है कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश है और स्थानीय लोगों ने जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।