धमधा।धमधा पुलिस ने एक आपसी विवाद में तत्परता दिखाते हुए बड़ी घटना को होने से रोक दिया। यह मामला दो पड़ोसियों के बीच बंदर भगाने को लेकर हुए झगड़े से शुरू हुआ, जिसने बाद में हिंसक रूप ले लिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।

धमधा के ग्राम घोटवानी में धान बाई वर्मा का अपनी पड़ोसन से बंदर भगाने की बात पर विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर धान बाई के पति पंचू वर्मा ने पीड़िता को धमकी दी और अपने बेटे पप्पू वर्मा को, जो रायपुर में रहता है, तुरंत गांव बुलाया।
पप्पू वर्मा अपने कुछ दोस्तों के साथ दो गाड़ियों में घोटवानी पहुंचा और पीड़िता के घर में घुसकर गाली-गलौज करने लगा। आरोप है कि उसने जान से मारने और बेइज्जत करने की नीयत से महिलाओं के बाल पकड़े और कपड़े फाड़ दिए। इस दौरान एक महिला के बाएं हाथ पर धारदार हथियार से भी वार किया गया। इस हमले में पंचू वर्मा, धान बाई वर्मा, पप्पू वर्मा और उनके अन्य साथी शामिल थे।
घटना की सूचना मिलते ही धमधा पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने घेराबंदी कर पंचू वर्मा, संगम मेश्राम, राकेश वर्मा और प्रभात चंदेल को गिरफ्तार कर लिया। चूँकि यह मामला गैर-जमानती था, सभी आरोपियों को न्यायालय दुर्ग में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।इस घटना पर धमधा पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक संभावित बड़े अपराध को होने से रोका और कानून व्यवस्था के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया है।