रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए उसे अंग्रेजों की “औलाद” बताया।
सिंहदेव ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “पुरानी कहावत है ‘अंग्रेज चले गए, औलाद छोड़ गए’, जो भाजपा पर बिल्कुल सटीक बैठती है। 1930-40 के दशक में जो उनके मालिक अंग्रेज सिखा कर गए, आज भाजपा फिर उसी विभाजनकारी मानसिकता की आग पर राजनीति की रोटियां सेंक रही है—बहुसंख्यकों को डराओ, अल्पसंख्यकों को अमानवीय बताओ, नफरत बढ़ाओ और वोट मांगो।” उन्होंने चुनाव आयोग से भी सवाल किया कि क्या किसी राजनीतिक दल को ऐसे नफरत फैलाने वाले वीडियो साझा करने की अनुमति मिल सकती है?

भाजपा का पलटवार
सिंहदेव के बयान पर प्रदेश के वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा, “अंग्रेजों के कौन करीब था, यह देश जानता है। भाजपा देश की सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करने में लगी है। कांग्रेस ने तो खुद प्रधानमंत्री से कहलवाया था कि देश पर पहला हक़ अल्पसंख्यकों का है। भाजपा समावेशी राष्ट्रवाद की नीति पर काम कर रही है। कांग्रेस को आत्ममंथन करना चाहिए।”
आदिवासी समाज का मुद्दा
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की रायपुर संभाग स्तरीय बैठक में वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी समाज को अपमानित किया है। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण सिंह ने संगठन को और मजबूत करने का संकल्प लिया। विकास मरकाम ने कहा कि भाजपा ने सदैव आदिवासियों का सम्मान किया है। कार्यक्रम में कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए और आगामी चुनावों में भाजपा को जीत दिलाने का संकल्प दोहराया।
छत्तीसगढ़ में आगामी चुनावों से पहले इस तरह की तीखी बयानबाज़ी ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है।