
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को विपक्ष के जोरदार हंगामे के कारण सत्र का माहौल गरमा गया। किसानों की समस्याओं और बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सदन के भीतर जमकर विरोध किया। नारेबाजी करते हुए वे आसंदी के सामने पहुंच गए, जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सभी कांग्रेस विधायकों को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया।
भूपेश बघेल की तीखी प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जो गुरुवार को सदन में मौजूद नहीं थे, ने बाहर मीडिया से बातचीत में अपनी ही पार्टी के विधायकों की स्थिति को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से असहमति जताई। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “हम उस ट्रंप को खोज रहे हैं जिसने सीजफायर किया था।” यह बयान बुधवार को सदन में हुए घटनाक्रम से जुड़ा था, जिसमें कांग्रेस विधायकों ने बहिष्कार किया था।
कृषि और खाद पर छिड़ा संग्राम
सदन में जब खाद की कमी और कृषि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा शुरू हुई तो भाजपा विधायकों और कांग्रेस के बीच तीखी बहस देखने को मिली। विपक्ष के सदस्यों ने सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया और हंगामा शुरू कर दिया।
सरकार नहीं देना चाहती सुनवाई का मौका: कांग्रेस
निलंबन के बाद सदन से बाहर आए कांग्रेस नेता भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों की समस्याओं पर चर्चा नहीं करना चाहती। बघेल ने कहा, “निर्णय सामूहिक था। हम सरकार के रवैये से आहत हैं। यह लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है।”
अध्यक्ष ने बताया असंसदीय आचरण
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस विधायकों के प्रदर्शन को असंसदीय बताया और कहा कि इससे राज्य की संसदीय परंपराओं का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने चेताया कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाएगा।