महापौर अलका बाघमार ने वार्ड 3 गली नंबर 4 खेल मैदान में किया 40 पौधों का रोपण, संरक्षण कर वृक्ष बनाने का लिया संकल्प

दुर्ग/ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नगर निगम लगातार सराहनीय पहल कर रहा है। इसी क्रम में नगर निगम के महापौर अलका बाघमार ने बुधवार को गया नगर गली नंबर 4 वार्ड क्रमांक 3 गया नगर खेल मैदान में वार्डवासियों के साथ मिलकर 40 पौधों का रोपण किया। इस दौरान महापौर अलका बाघमार,पार्षद व एमआईसी सदस्य नरेंद्र बंजारे,प्रभारी काशीराम कोसरे,शेखर चंद्राकर,पार्षद गोविंद्र देवांगन, नीरा खिचड़िया उद्यान प्रभारी अनिल सिंह सहित बड़ी संख्या में नागरीगण मौजूद रहे।

सहित सभी उपस्थित लोगों ने मां के नाम एक पौधों को सुरक्षित कर वृक्ष बनाने का संकल्प भी लिया।

हरियाली से ही जीवन संभव :

पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान महापौर अलका बाघमार ने कहा कि तेजी से घटते जंगल और बढ़ते प्रदूषण के बीच पेड़-पौधे जीवन का आधार हैं। यदि हर नागरिक साल में कम से कम एक पौधा भी लगाए और उसकी देखभाल करे, तो आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वायु और हरियाली से भरपूर वातावरण मिल सकता है।

वार्डवासियों की उत्साही भागीदारी

कार्यक्रम में गया नगर गली नंबर 4 खेल मैदान वार्ड 03 के बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। महिलाएँ, बच्चे और युवा सभी ने पौधारोपण में सक्रियता से भाग लिया। उन्होंने न सिर्फ पौधे लगाए बल्कि उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी अपने ऊपर ली। महापौर ने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि यह सिर्फ पौधा लगाने का काम नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए जीवनदान देने जैसा है।

40  पौधे – नई उम्मीद की शुरुआत

अभियान के तहत नीम, पीपल, गुलमोहर, करंज,कदम और विभिन्न फलदार पौधे लगाए गए। इन्हें ऐसे स्थानों पर रोपा गया जहाँ सुरक्षित रखकर पानी देने और देखभाल की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। महापौर ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी तय की जाए ताकि ये आने वाले वर्षों में विशाल वृक्ष का रूप ले सकें।

भविष्य की पीढ़ियों के लिए हरियाली

महापौर ने नागरिको से संवाद करते हुए कहा कि यदि हम आज पेड़ लगाएंगे तो कल हमारे बच्चे प्रदूषण रहित वातावरण में सांस ले सकेंगे। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे पेड़ों को काटने से बचें और पौधों का संरक्षण करें। मौके पर उपस्थित सभी लोगों को वृक्षों की सुरक्षा करने और उन्हें बढ़ाने की शपथ भी दिलाई गई।

पहल की हुई सराहना

वार्डवासियों और स्थानीय नागरिकों ने महापौर अलका बाघमार और नगर निगम की इस पहल की सराहना की। लोगों का कहना था कि इस तरह के अभियान लगातार चलने चाहिए ताकि शहर की पहचान “हरित दुर्ग” के रूप में हो सके।

नगर निगम क्षेत्र में आयोजित यह वृक्षारोपण कार्यक्रम केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाया गया कदम नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए हरियाली और स्वच्छता का संकल्प भी है। महापौर और वार्डवासियों द्वारा लगाए गए ये 40 पौधे जब विशाल वृक्ष बनेंगे, तो निश्चित ही यह क्षेत्र हरित दुर्ग शहर की नई पहचान बनेगा|

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