रायपुर। विश्व आदिवासी दिवस को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस के नेताओं ने सरकार पर आयोजन से दूरी बनाने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है। पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद इस बार बड़े स्तर पर कोई कार्यक्रम नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों ने आयोजन से किनारा किया, जिससे आदिवासी समाज में गहरी नाराजगी है और आने वाले दिनों में इसका असर दिख सकता है।
अमरजीत भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल राज्य है और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्वयं आदिवासी समाज से आते हैं, ऐसे में आयोजन से दूरी बनाना आदिवासियों की उपेक्षा है। उन्होंने दावा किया कि इस बार न तो मुख्यमंत्री किसी कार्यक्रम में शामिल हुए और न ही मंत्रिमंडल का कोई सदस्य, जिससे यह महत्वपूर्ण दिवस राजनीति की भेंट चढ़ गया।
इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बिलासपुर जिले के कोटा में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में राज्य सरकार और RSS पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि सीएम विष्णुदेव साय ने विश्व आदिवासी दिवस मनाने के लिए प्रोटोकॉल जारी किया था, लेकिन संघ कार्यालय से आदेश आने के बाद किसी भी तरह का आयोजन नहीं किया गया।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आदिवासी दिवस पर राज्य सरकार की चुप्पी और आयोजन से दूरी आदिवासी समाज में उपेक्षा का संदेश दे रही है, जो राजनीतिक तौर पर सरकार के लिए चुनौती बन सकती है।